विकासनगर, जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि काबीना मंत्री गणेश जोशी की अगुवाई में विधायकों एवं अधिकारियों समेत 10-12 सदस्यों की टीम 10 दिनों के लिए जैविक खेती के गुर सीखने हेतु विदेश दौरा (सैर सपाटा) करने स्विट्जरलैंड एवं जर्मनी गए, जिसमें ₹50.05 लाख रुपया खर्च किया गया, जबकि प्रदेश का आवाम जानता है कि यह सिर्फ गुर सीखने के नाम पर सरकारी धन को ठिकाने लगाना एवं मौज-मस्ती/सैर सपाटा करना है।
नेगी ने कहा कि जो प्रदेश लगभग 65- 70 हजार करोड़ के कर्ज में डूबा हो तथा ब्याज चुकाने व वेतन इत्यादि के भुगतान के लिए बाजारू कर्ज लिया जा रहा हो, ऐसे में विदेशी दौरा प्रदेश के को बर्बाद करने के लिए काफी है। नेगी ने तंज कसते हुए कहा कि जब फर्जी आंकड़ों के आधार पर जैविक खेती एवं कृषि के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल हो रहे हैं तो यह फिजूलखर्ची क्यों। सरकार को इस फिजूलखर्ची पर रोक लगानी चाहिए। मोर्चा ने संभावना जताई कि विदेशी दौरे की शासन में पत्रावली तक नहीं है यानी कोई अनुमति नहीं ली गई , जैसा कि शासन इंगित कर रहा है।