हरिद्वार, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी दूसरे दलों के सांसदों को भी पूरा सम्मान देते थे और बकायदा उनकी सलाह भी लेते थे। उस दौरान संसद में विपक्ष नाम का कोई दल ही नहीं था, फिर भी पूर्व प्रधानमंत्री संसद की गरिमा को तरजीह देते थे।
महानगर कांग्रेस कार्यालय पर शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 78वीं जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री बने थे, तब उनका राजनीति से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं था। लेकिन विषम परिस्थितियों में प्रधानमंत्री बनने के बाद कुछ ही समय में उन्होंने देश को अग्रणी श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया था। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता संजय पालीवाल ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेसजनों की सलाहकार समिति बनाई थी, जिनसे सलाह लेकर वह सभी कार्य करते थे और उन्होंने भारत देश को बुलंदियों पर पहुंचा दिया। पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप चैधरी व महिला जिलाध्यक्ष विमला पांडे ने कहा कि स्व.राजीव गांधी ने अपने समय में सविंधान के 73वीं तथा 74वीं धारा का संशोधन कर बड़ी उपलब्धि कायम की थी। हाजी नईम कुरैशी व हाजी रफी खान ने कहा कि जब राजीव गांधी कंप्यूटर लेकर आए तो आरएसएस ने संसद पर तथा देश की सड़कों पर हंगामा किया तथा कंप्यूटर के खिलाफ प्रदर्शन किया। आज सभी विभाग तथा पूरा सिस्टम कम्प्यूटर पर ही निर्भर हैं। जयंती के अवसर पर प्रदेश सचिव ब्रहम सिंह तेजियान, नगर अध्यक्ष यशवंत सैनी, शुभम अग्रवाल, प्रदेश महासचिव अनिल भास्कर, युवा अध्यक्ष रविश भटीजा, पार्षद मेहरबान खान, पार्षद सुहैल कुरैशी, पार्षद जफर अब्बासी, पार्षद तासीन अंसारी, प्रदेश सचिव दिनेश पुंडीर, कैलाश प्रधान, सपना सिंह, स्वाती शर्मा, आशा यादव, हरद्वारी लाल, इंजी. आकाश बिरला, शुभम जोशी, वसीम सलमानी, गौरव चैहान, ललित वालिया, सत्येंद्र समेत अनेक कांग्रेसी मौजूद रहे।