देहरादून, जो शिक्षा समाज और परिवार के काम ना आ सके वो किसी काम की नहीं। शिक्षा का मतलब सिर्फ डिग्री हासिल कर नौकरी पाना नहीं होना चाहिए। ये समाज की भलाई और अपने साथ साथ दूसरों को रोजगार देने वाली शिक्षा हो। ये बात राज्यपाल व विवि के कुलाधिपति लेज (सेनि) गुरमीत सिंह ने श्रीदेव सुमन विवि के दीक्षांत समारोह में बुधवार को कही। समारोह पेस्टलवीड इंस्टीट्यूट आफ इन्फोरमेशन टेक्नोलाजी मसूरी रोड में आयोजित किया गया था।
राज्यपाल ने कहा कि विवि जिस तरह से लगातार शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है वो काबिले तारीफ है। उन्होनें कहा कि जो औरों से एक या दो घंटे ज्यादा काम करते हैं वो ही समाज में लीडर बनते हैं। उन्होंने इस दौरान 70 छात्र छात्राओं को गोल्ड मैडल और डिग्रियां बांटी। इस दौरान शिक्षा मंत्री डा. धनसिंह ने कहा कि इस सत्र से उत्तराखंड सभी विवि और कालेजों में नई शिक्षा नीति लागू करने जा रहा है। जिसे लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2018-2019, 2019-20 एवं 2020-21 में पास हुए 41423 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई। इसमें तीन सत्रों 181 टापर्स को श्रीदेव सुमन गोल्ड मैडल मिले। जिनमें से 70 ने समारोह में राज्यपाल हाथों मैडल लिए। 2020-21 के स्नातकोत्तर स्तर पर इतिहास, मानव विज्ञान व चित्रकला विषय में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाले तीन विद्यार्थियों को कैप्टन शूरवीर सिंह पंवार गोल्ड मेडल से राज्यपाल ने सम्मानित किया। इस दौरान पेस्टलवीड कालेज के चेयरमैन डा. प्रेम कश्यप, विवि के परीक्षा नियन्त्रक प्रो. एमएसएम रावत, कुलसचिव खेमराज भट्ट, प्रशासन प्रभारी सुनील नौटियाल, दून विवि के प्रोफेसर डा. एचसी पुरोहित सहित कई लोग मौजूद रहे।