रूद्रप्रयाग। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। 31 जुलाई को केदार घाटी में हुई अतिवृष्टि के चलते सोनप्रयाग शटल पार्किंग के समीप करीब 150 मीटर सड़क वाश आउट हो गई थी। करीब 40 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद मार्ग दोबारा सुचारू हो सका है।
बीते महीने केदार घाटी में हुई अतिवृष्टि के कारण श्री केदारनाथ धाम यात्रा का सड़क एवं पैदल मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। यात्रा मार्ग को दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, आपदा सचिव, गढ़वाल कमिश्नर सहित अन्य संबंधित विभाग लगातार अपने स्तर से नजर बनाए हुए थे एवं हर संभव मदद मुहैया करवा रहे थे। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन एवं नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग, डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी सहित संबंधित अन्य विभागों ने दिन रात एक कर संपूर्ण यात्रा मार्ग को पुनर्स्थापित कर लिया है।
अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह ने बताया कि लगातार हो रही भारी बारिश एवं पहाड़ी से गिर रहे बोल्डरों के चलते सड़क मार्ग को दुरुस्त करना थोड़ा मुश्किल हो गया था। बावजूद इसके कठिन परिस्थितियों के बीच छोटे वाहनों के लिए सभी स्थानों पर मार्ग खोल दिया गया है। इधर यात्रा मार्ग पर संगम सुरंग का मरम्मत कार्य भी लगभग पूर्ण होने को है। 15 सितंबर तक सुरंग आवाजाही के लिए खोल दी जाएगी।