देहरादून, उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस पौराणिक सांस्कृति संवर्द्धन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आचार्य नरेश आनन्द नौटियाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के श्रीकेदारनाथ-बद्रीनाथ दौरे को धर्म के नाम पर पाखण्ड करने का अरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री केदारनाथ-बद्रीनाथ की यात्रा के दौरान धर्म के नाम पर पाखण्ड का ढोंग किया है।
आचार्य नरेश आनन्द नौटियाल ने कहा कि मन्दिर समिति के नियमानुसार मन्दिर परिसर में फोटो खिंचवाना तथा लाईव दर्शन करवाना वर्जित है परन्तु इसके बावजूद नरेन्द्र मोदी ने हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने नियम विरूद्ध मन्दिर के आचार्यों से भूमि पर बैठकर खुद चैकी पर बैठकर पूजन करवाया गया जो कि आचार्य परम्परा का उलंघन था जिसे एक प्रकार का आडंबर कहा जायेगा।
आचार्य नरेश आनन्द नौटियाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री केदारनाथ में स्वास्थिक का चिन्ह पीठ पर धारण कर बाबा केदार का पूजन किया जिसका लाईव प्रसारण करवाया गया जो कि नियम ही नहीं धर्म विरूद्ध भी था। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति द्वारा केरल में कुबेर जी की मूर्ति स्थापित की जाती है तथा उसके पूजन के विषय में प्रचारित करवाता है तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट अपने वक्तव्य में उसे धर्म विरूद्ध बताते हैं जबकि इसी विषय में श्रीबद्रीनाथ के रावल जी भी मन्दिर समिति तथा हक हकूक धारियों से माफी मांगने की मांग करते हैं। जबकि उनकी पार्टी के सर्वेसर्वा द्वारा हिन्दू मान्यताओं और परम्पराओं को ध्वस्त किया जाता है उनसे कुछ नहीं कहते हैं।