देहरादून, फिक्की फ़्लो उत्तराखंड, चौप्टर ने आज श्री गुरु रामराय यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर के साथ एमओयू साइन किया। इस करार के अंतर्गत फिक्की फ्लो उत्तराखंड, चौप्टर प्रदेश में कृषि क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को फिक्की द्वारा आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण प्रदान करेगा। जर्मनी , इटली, फ्रांस और यूरोपीय देशो में जो आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके कृषि की जाती है वहां के विशेषज्ञों से जानकारी लेकर फिक्की फ्लो प्रदेश भर की महिलाओं का प्रशिक्षित करेंगे।
इस अवसर पर डॉ. नेहा शर्मा, फिक्की फ़्लो उत्तराखंड चौप्टर की अध्यक्ष ने कहा “हमें बहुत ख़ुशी है कि आज हमारे संस्थान और श्री गुरु रामराय यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर, देहरादून के साथ एमओयू साइन हुआ। इसके तहत उत्तराखंड की कृषि क्षेत्र से जुडी महिलाओं को फिक्की फ्लो द्वारा कृषि क्षेत्र में विदेशो में अपनायी गयी आधुनिक तकनीकों को श्री गुरु रामराय यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर, देहरादून के सहयोग से प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे की वो कृषि संबंधित तकनीक सीख कर अधिक से अधिक आय प्राप्त कर सके। हमारा संस्थान पहले से ही प्रदेश की महिला उद्यमियों, महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप, को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण और सहयोग प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है ।“
प्रोफेसर, डॉ० यू यस रावत, वाईस चांसलर, स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर, गुरु रामराय यूनिवर्सिटी, देहरादून ने बताया फिक्की फ्लो प्रदेश में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए जानी जाती है। इस संस्थान ने अब तक कई प्रकार के प्रशिक्षण, कार्यशालाएं प्रदेश की महिलाओं को स्वरोजगार ,आत्मनिर्भर तथा उन्हें नै तकनीक सीखने के लिए प्रदान की है। हमें इनके साथ कृषि क्षेत्र में एमओयू साइन किया है जो की महिलाओं को विदेशो में प्रयुक्त होने वाली कृषि सम्बंधित आधुनिक तकनीकों से प्रशिक्षित करेगी।“ इस अवसर पर डॉ० दीपक साहनी, रजिस्टार , डॉ० लोकेश गंभीर , डीन, रिसर्च , डॉ० प्रियंका बनकोटी, डीन एग्रीकल्चर साइंसेज, डॉ० मलविका कंडपाल, डॉ० सुनीता सिंह, स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर, गुरु रामराय यूनिवर्सिटी, देहरादून और अनुराधा मल्ल, सीनियर वाईस चेयरपर्सन, फिक्की फ़्लो उत्तराखंड, चौप्टर भी उपस्थित रहे।