देहरादून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के आत्मनिर्भर भारत के मिशन के तहत एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में ग्राम्य विकास विभाग एवं जिला प्रशासन देहरादून द्वारा देहरादून जनपद में गुरुनानक पब्लिक गर्ल्स इंटर कॉलेज ग्राउंड में 06 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय सरस मेले का उद्घाटन ग्रामीण विकास कृषि एवं कृषि कल्याण एवं सैनिक कल्याण विभाग मंत्री उत्तराखण्ड सरकार गणेश जोशी द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक राजपुर रोड खजान दास द्वारा की गई। इस अवसर पर निम उत्तरकाशी में हिमस्खलन एवं पौड़ी में बारात की बस गिरने की दुर्घटना में मृतक हुए व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिए 02 मिनट का मौन रखा गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रत्येक वर्ग एवं समूह के उत्थान हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने इस मेले में 20 से अधिक राज्यों से स्वंयसहायता समूह अपने स्थानीय उत्पाद के स्टॉल लगा रहे हैं तथा राज्य के 95 ब्लॉक 150 स्वयं सहायता समूह द्वारा अपने स्टॉल लगाये जा रहे है। इससे संस्कृति का आदान-प्रदान भी होता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में जब राज्य 25 वर्ष का होगा तब-तक स्वयं सहायता समूहों की आय दुगुनी करने का संकल्प किया। उन्होंने कहा सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्परत है तथा वर्तमान में 3.60 हजार महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर अपने परिवार की आर्थिकी मजबूत कर रही है। इस अवसर पर माननीय मंत्री द्वारा सरस मेले में लगाये गए स्टॉल का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर विधायक राजपुर रोड खजानदास ने अपने सम्बोधन में इस सरस मेले आयोजन में सहयोग हेतु सभी का अभार प्रकट किया तथा महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जुड़कर स्वरोजगार अपनाते हुए आत्मनिर्भर बनने तथा अन्य महिलाओं को भी प्रोत्साहित करने पर अपेक्षा की। इस अवसर पर मेयर नगर निगम देहरादून सुनिल उनियाल गामा, ऋषिकेष अनिता ममगांई ने सम्बोधन किया।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए तथा लोक संस्कृति को बढावा देने के लिए जनपद देहरादून में राष्ट्रीय सरस मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसके राज्य के साथ-साथ देशभर स्वंयसहायता समूह की लगभग महिला उद्यमियों द्वारा लगभग 250 स्टॉल लगाये गए हैं, जिसमें स्थानीय उत्पाद भोजन, हेण्डलूम, हैण्डीक्राप्ट से सम्बन्धित स्टॉल लगाये गए है। यह मेला 6 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक चलेगा और यहां पर हर रोज सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, गरीबी उन्मूलन एवं स्वरोजगार सम्बन्धी एक अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।
दीनदयाल अन्त्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, गरीबी उन्मूलन एवं स्वरोजगार सम्बन्धी एक अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में गरीब परिवारों का क्षमता एवं कौशल विकास कर उन्हें सत्त आजीविका संवर्द्धन के साथ उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना है। इस अवसर पर अवगत करान है कि ग्राम्य विकास द्वारा राज्य में उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत 13 जनपदों के 95 विकासखण्डों में योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण एवं आजीविका सम्वर्धन हेतु 3.80 लाख परिवारों को संगठित करते हुये 46164 समूह, 4711 ग्राम संगठन एवं 276 कलस्टर स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है। 35895 समूहों को रिवाल्विंग फण्ड, 20096 समूहों को सामुदायिक निवेश निधि, 34477 समूहों को सी०सी०एल० तैयार कर बैंक लिंकेज किया गया है। स्वयं सहायता समूहों के आजीविका सम्वर्धन हेतु विभिन्न आजीविका परक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। समूहों द्वारा उत्पादित उत्पादों के विपणन हेतु राज्य के 13 जनपदों में 33 नैनों पैकेजिंग यूनिट, 13 सरस सेन्टर, 252 उद्यम एवं 18 ग्रोथ सेन्टर संचालित किये जा रहे है। स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के विपणन हेतु राज्य स्तर पर दो आउटलेट (रायपुर/रानीपोखरी) एवं एयरपोर्ट देहरादून में एक आउटलेट एवं रेलवे स्टेशन पर आउटलेट की स्थापना की गयी है।
सरस मेला के माध्यम से वर्ष 2005 से निरंतर उत्तराखण्ड राज्य में समूहों के उत्पादों के विपणन हेतु प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जा रहा है तथा समूहों की बिकी में वृद्धि हेतु सरस मेलों क राज्य के जनपदों में चकीय कम आयोजित किया जाना प्रस्तावति किया गया है। ऽ ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के विपणन हेतु वित्तीय वर्ष में 2 सरस मेले संचालित किये जाने हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी है।
सरस मेला आयोजन की श्रृंखला अंतर्गत राज्य में दिनांक 06 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 200 तक सरस मेला का आयोजन किया जा रहा है।
इसी प्रकार जनपद चम्पात में माह फरवरी, 2023 में सरस मेले का आयोजन किया जा प्रस्तावित है।
सरस मेला-2022 सरस मेलों की इसी श्रृंखला की कड़ी है जिसमें देश के 20 राज (उत्तराखण्ड, बिहार, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, मेघालया, पंजाब, त्रिपुरा, पांडुचेरी, छत्तीसगढ पश्चिम बंगाल, आंध्राप्रदेश, गुजरात, केरला, सिक्किम, उत्तरप्रदेश, हिमांचल, हरियाण, मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र द्वारा प्रतिभाग किया गया है। बाहरी राज्यों को 60 स्टाल आवंटित किया गये है। उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत 13 जनपदों के 95 विकासखण्ड के लगभग 150 स्वयं सहायता समूहों द्वारा मेले में प्रतिभागं किया जा रहा है। राज्य में ग्राम्य विकास विभाग के विभिन्न प्रकोष्ठों योजनाओं, संस्थाओं एवं परिषदों द्वार मेले में प्रतिभाग किया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक राजपुर विधानसभा खजान दास, मेयर नगर निगम देहरादून सुनील उनियाल गामा, ऋषिकेश अनिता ममगांई, मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, ब्लॉक प्रमुख चकराता निधि राणा, भटवाड़ी सविता रावत, सीईओ यू एस आर एल एम आनंद स्वरूप, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आर.सी तिवारी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, एसीईओ यू एस आर एल एम प्रदीप पांडेय एवं समस्त अधिकारी एवं अन्य एनआरएलएम कर्मचारी