टिहरी, जिले के विभिन्न सिद्धपीठ और शक्तिपीठ मंदिरों में चैत्र नवरात्र पर मंगल कलश की स्थापना की गई। दिनभर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। चैत्र नवरात्र पर सिद्धपीठ चंद्रवदनी, सुरकंडा, कुंजापुरी, ज्वालामुखी, राजराजेश्वरी सहित अन्य देवी के मंदिरों में सुबह परम्परानुसार मंगल कलश स्थापना की गई। चंद्रवदनी मंदिर में पुजार गांव सहित निकट के ग्रामीण श्रद्धालुओं द्वारा लायी गई जौ को हरियाली के लिये डाला गया। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित शिवप्रसाद भट्ट, पं. हरिश्चंद्र भट्ट, पुरोहित पं. रमेश व आशीष सेमल्टी ने मां दुर्गा की पूजाएं सम्पन्न की। मंदिर प्रबंधक डीपी भट्ट ने बताया कि सिद्धपीठ में स्थित भुवनेश्वरी चक्र सहित बाहर भी हरियाली उगाई जा रही है। हरियाली को नवरात्र समापन पर श्रद्धालुओं को बांटी जायेगी। पूरे नवरात्र चलने वाले नौरत्ता मंड्याण के लोक वादक रमेश दास और कर्ण दास ने देवी मां स्तुतियों से शुरुआत की। सुरंकडा, कुंजापुरी, विनयखाल स्थित ज्वालामुखी मंदिर, जलेट स्थित राजराजेश्वरी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में चौत्र नवरात्र की हरियाली डाली गई। मंदिरों के पुजारियों ने मां शैलीपुत्री का पूजन किया। माता के दर्शन और पूजा अर्चना के लिये मंदिरों में दिनभर लोगों का तांता लगा रहा। चौत्र नवरात्र पर लोगों ने भी अपने घरों में घट कलश की स्थापन कर हरियाली डाली। मंदिरों में पहुंचने वाले भक्तों की सुविधा के लिये मंदिर जगह-जगह पुलिस और होमगार्ड के जवानों को भी तैनात किया गया था। मंदिर समिति से जुड़े लोगों को श्रद्धालुओं के सहयोग के लिये मंदिर परिसरों में तैनात किया गया था। उधर हिंडोलाखाल थाना प्रभारी बीएस कडियाल ने बताया कि मंदिर परिसर,रास्तों तथा वाहन पार्किंग स्थल पर सुरक्षा कर्मचारियों को तैनात किया गया है।