गदरपुर, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने गदरपुर स्थित भुड्डी धर्मशाला में बेटी बचाओ एवं बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत आयोजित जनपद में नवाचार गतिविधि ’’घर की पहचान लाडली’’ कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। जिलाधिकारी ने कहा कि बेटियों के जन्म को उत्सव के रूप में मनाने एवं बेेटियों के नाम की प्लेट घर में लगाकर बेटियों को समाज एवं परिवार में विशेष महत्व दिया जाये। उन्होने कहा कि “यत्र नार्यस्तु पुजयन्ते रमन्ते तत्र देवता” अर्थात् जहाँ नारियों को सम्मान दिया जाता है, वहाँ साक्षात् देवता निवास करते हैं। हमारा भारत देश पौराणिक संस्कृति के साथ-साथ महिलाओं के सम्मान और इज्जत के लिए जाना जाता था। लेकिन बदलते समय के अनुसार हमारे देश के लोगों की सोच में भी बदलाव आ गया है। उन्होने कहा कि आज हमारे 21वी सदी के भारत में जहां एक ओर चांद पर जाने की बातें होती हैं, वहीं दूसरी तरफ भारत की बेटियाँ अपने घर से बाहर निकलने पर भी कतरा रही हैं। जिससे यह पता लगता है कि लोगों की सोच इस कदर बदल गई है कि आए दिन देश में कन्या भ्रूण हत्या और शोषण जैसे मामले देखने को मिलते रहते हैं। हमें समझने कि आवश्यकता है कि पृथ्वी पर मानव जाति के अस्तित्व के साथ-साथ किसी भी देश के विकास के लिए महिला व पुरूष दोनो की समान रूप से भागीदारी आवश्यक है। इस अवसर परे जिलाधिकारी द्वारा हर घर तिरंगा अभियान के अन्तर्गत हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम के अन्तर्गत जीजीआईसी गदरपुर की बालिकाओं द्वारा कविता, श्लोगन, कला आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को जिलाधिकारी द्वारा पुरूस्कृत किया गया एवं अन्य 50 बालिकाओं को स्कूल के बैग दिये गये। इस दौरान 22 महिलाओं की गोद भराई कराई गयी। इस दौरान बेबी शो एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष नगर पालिका परिषद गुलाम गोष, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, सीडीपीओ गीता जोशी आदि उपस्थित रहे।