देहरादून। गौ माता राष्ट्र माता अभियान के अग्रदूत पूज्य गोपाल मणि महाराज जी की व्यास पीठ से एक श्लोगन निकला कि राम सम्भाले सत्ता-गाय सम्भाले जनता महाराज जी बता रहे हैं ज्ञान,ध्यान,इन्द्रियां,धर्म गौमाता है, पुराणों में तीन शक्तियाँ हैं धन शक्ति महालक्ष्मी है, जन शक्ति महाकाली है, ज्ञान शक्ति महासरस्वती है। गाय माता ही ज्ञान स्वरूपा है, जिन्होंने गाय से मुखमोड़ दिया है वही अज्ञानी है, अज्ञानी अर्थात महिसासुर। गौमाता की प्रतिष्ठा के लिये 22 सितम्बर से प्रारम्भ हो रही गौ ध्वज यात्रा 25 अक्टूबर को देहरादून में पहुँचेगी उस दिन इस यात्रा में लाखों लोग देहरादून पहुंचेंगे।
आगे मणि महाराज ने कहा कि गौमाता जब स्वयं चाहेगी तब ही गौमाता राष्ट्र माता के पद पर सुशोभित होगी। अपने अंदर का अज्ञान अर्थात महिषासुर का अंत कर गौमाता को स्वीकार करो। भारत यदि पुनः धर्मरथ पर बैठ जाये तो विश्वगुरु बन सकता है, धर्म की मूल गौमाता है, जिस दिन भारत में गौमाता का कटना बंद हो जाय रक्त बहना बंद हो जाय उसी दिन भारत विश्वगुरु हो जायेगा क्योंकि गौमाता ही भारत माता है। गौमाता के आचरण को हम अपने जीवन में अवश्य उतारें।
इस अवसर पर मनोहर जुयाल बलवीर सिंह पंवार गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना जी शूरवीर सिंह मतुड़ा राकेश नौटियाल यशवंत सिंह रावत डॉ जनानंद नौटियाल तेजराम नौटियाल आनन्द सिंह रावत सक्षम विमला नौटियाल नरेन्द्र रौथाण डॉ सीता जुयाल डॉ राकेश नौटियाल आनन्द सिंह रावत डॉ सीता जुयाल सत्यप्रसाद भट्ट सूर्यकांत ध वासुदेव चमोली कामिनी मोहन नौटियाल महावीर खंडूड़ी कामनी मोहन तेजराम सूरतराम डंगवाल देवेंद्र पाल सिंहराम राम तेजराम नौटियाल आनन्द सिंह रावत आचार्य राकेश सेमवाल ऋषिराज उनियाल आचार्य राकेश रविन्द्र राणा पार्षद राकेश पंडित अनुसूया प्रसाद उनियाल अशोक मिश्रा बृजलाल रतूड़ी सहित मीडिया प्रभारी डॉ रामभूषण बिजल्वाण सहित हजारों लोग उपस्थित रहे हैं।