हरिद्वार, जंगली जानवर इन दिनों खेतों की तरफ रूख कर रहे हैं और फसलों को रोजाना बर्बाद कर रहे हैं। जिससे किसानों के सामने तमाम तरह की दिक्कतें खड़ी हो रही हैं। किसानों की समस्याओं को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान ने जंगली हाथी और अन्य जानवरों को खेतों की तरफ जाने से रोकने के लिए वन विभाग से ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है। ऐसा न करने पर आंदोलन को बाध्य होने की चेतावनी दी है।
बुधवार को जमालपुर जियापोता स्थित प्रदेश कार्यालय पर भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान की बैठक आयोजित की गई। किसान उत्थान के राष्ट्रीय महासचिव इरशाद अली ने कहा कि मिस्सरपुर, किशनपुर, फेरुपुर, कटारपुर जियापोता, जमालपुर, सराय, गाडोवाली, जट बहारपुर, बिशनपुर कुंडी, रानीमाजरा, चांदपुर, पथरी आदि गांव में लगातार जंगली जानवर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। खासकर हाथियों का आतंक ज्यादा है जंगल से निकलकर हाथी रोजाना खेतों में पहुंचते हैं और किसानों की गन्ने, गेहूं, धान सहित अन्य फसलों को तहस-नहस कर नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिससे किसानों को आर्थिक और मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। वन विभाग को किसानों की समस्या को दूर करने के लिए जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए। वन विभाग हाथियों को रोकने के लिए ठोस व्यवस्था बनाए। सह प्रभारी राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि गन्ने की फसल को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है हाथियों को खेतों में जाने से रोकने के लिए वन विभाग कोई ठोस प्रबंध नहीं कर पा रहा है पिछले कई दिनों से लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में हाथी खेतों में आकर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं उन्होंने कहा कि किसानों की फसलों का मुआवजा दिया जाए। जानवर को रोकने के लिए तत्काल ठोस प्रबंध करें। जल्द से जल्द इस पर विभाग विचार करें। अगर ऐसा नहीं किया गया तो किसान यूनियन किसानों की इस समस्या को लेकर उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगी। बैठक में अश्वनी पाल, मुकेश कुमार, विनोद कश्यप, अग्रज मिश्रा, दीपक कुमार, विपिन कश्यप, अनुज, जर्रार अहमद, साबिर अली, शाहिद अंसारी, शाहनवाज, शाहिद हसन आदि किसान कार्यकर्ता उपस्थित रहे।